एमसी मैरी कॉम या सिर्फ मैरी कॉम के नाम से मशहूर Mangte Chungneijang Mary Kom का जीवन किसी परियों की कहानी से कम नहीं है।
मैरी का जन्म 1 मार्च, 1983 को मणिपुर राज्य के चुराचांदपुर जिले के कंगथेई गाँव के एक गरीब किसान परिवार में हुआ
2002 से 2010 तक पांच बार अपनी श्रेणी में स्वेर्ण पदक जीता , 2009 में उन्होंने वियतनाम में एशियाई इनडोर खेलो में स्वेर्ण पदक जीता और एसियन बॉक्सिंग चेम्पिओंशिप में स्वेर्ण पदक जीता|
2012 में लंदन में हुए ओलंपिक खेलों में उन्होंने अपने भार वर्ग में कांस्य पदक जीता था।
दक्षिण एशियाई खेलों 2016 में मैरी कॉम ने 51 किग्रा वर्ग में स्वर्ण पदक जीता था। वह अर्जुन पुरस्कार, राजीव गांधी खेल रत्न, पद्म भूषण और पद्म श्री पुरस्कारों की प्राप्तकर्ता हैं।
वह मणिपुर पुलिस में पुलिस उपाधीक्षक (DSP) के रूप में भी कार्यरत हैं। उनकी उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए उन्हें बिना किसी खर्च के राष्ट्रीय खेल गांव में एक घर भी दिया गया है।
मैरी कॉम पर “अनब्रेकेबल” ऑटोबायग्राफी’ लिखी गई है। यह दीना सर्टो द्वारा लिखी गई और 2013 में प्रकाशित हुई
2014 में फिल्म मैरी कॉम’ रिलीज हुई थी। इसमें प्रियंका चोपड़ा ने मुख्य भूमिका निभाई थी।