दुनिया सबसे बलवान योध्दा पृथ्वीराज चौहान । Biography of Prithiviraj Chauhan Hindi |
पृथ्वीराज चौहान का जन्म एक क्षत्रिय वंश मे 01 जून 1163 मे भारत के गुजरात राज्य के पाटण नामक स्थान पर हुआ।
पृथ्वीराज चौहान, सम्राट पृथ्वीराज चौहान सोमेश्वर के पुत्र थे। उनकी माता का नाम कर्परी देवी था।
सन् 1180 ई. में उन्होंने अपने पिता के शासन की बागडोर सँभाली।ठीक इसी समय चौहान वंशीय राजा विग्रहराज चतुर्थ के पुत्र नागार्जन ने पृथ्वीराज चौहान के खिलाफ विद्रोह कर दिया।
पृथ्वीराज चौहान ने अपनी वीरता और युध्द कौशलता के बल पर अपने शासन को सम्पूर्ण फैलाया हुआ था। पृथ्वीराज चौहान का शासन दिल्ली से अजमेर तक फैला हुआ था।
पृथ्वीराज चौहान ने अपने बचपन के मित्र तथा राजकवि चन्द्रवरदाई की मदद से संयोगिता को स्वयंवर मण्डप से भगाकर ले गए तथा दिल्ली पहुँचकर विधिवत रूप से संयोगिता से विवाह कर लिया।
अपने अपमान का बदला लेने के लिए जयचन्द ने गजनी शासक मुहम्मद गौरी को दिल्ली पर आक्रमण करने का निमंत्रण दिया।
सन् 1191 ई. में पृथ्वीराज चौहान की राजपूत सेना तथा मुहम्मद गौरी की तुर्क सेना में जमकर युद्ध हुआ। यह युद्ध तराइन के ऐतिहासिक मैदान में लड़ा गया।
मुस्लिम इतिहासकार फ़रिश्ता के अनुसार, उनकी सेना में 200,000 घोड़े और 3,000 हाथी शामिल थे।
वह एक सेना के साथ निकला, और तराइन में पृथ्वीराज की सेना का सामना किया।इस युद्ध में सम्राट पृथ्वीराज चौहान ने मुहम्मद गौरी को बुरी तरह हराया।
1192 की गर्मियों में, मुहम्मद गोरी ने 52,000 घुड़सवारों की सेना के साथ मार्च किया, जो घुरिद सेना की सेना का लगभग आधा था।
गौरी ने तराइन के मैदान में पृथ्वीराज चौहान की सेना से युद्ध लड़ा और रात को धोखे से राजपूत छावनी पर आक्रमण करके पृथ्वीराज चौहान को हरा दिया।
एक दिन पृथ्वीराज चौहान ने शब्दभेदी बाण चलाकर गौरी को मार डाला। बाद में स्वयं तथा मित्र चन्दबरदाई ने भी मौत को गले लगा लिया।
गौरी ने पृथ्वी राज और उसके मित्र चन्दबरदाई को बंदी बनाया तथा गजनी ले जाकर उन्हें कारागार में बंद कर दिया। Read More Facts about Prithiviraj Chauhan